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Mr Ram Awadh Vishwakarma
Mr Ram Awadh Vishwakarma bsnlgwl@gmail.com 09479328400
Subject : गजल

ठीक जगह पर देख भाल के बैठा हूँ। मैं अपनी कुर्सी संभाल के बैठा हूँ।

तीसमारखाँ बहुत बना फिरता था वो, मैं उसकी पगड़ी उछाल के बैठा हूँ।

दुष्मन से बदला लेने की खातिर मैं, आस्तीन म...

Mr Indra Suthar
Mr Indra Suthar ikumars21@gmail.com 9468657888
Subject : चंगु लाल

चंगु लाल एक दिन अपने आप ही घर की ट्यूब लाइट ठीक कर रहा था, तो उसने आवाज़ लगाई.
चंगु लाल: बीवी ओ बीवी, सुनती हो!
बीवी: क्या है?
चंगु लाल: अरे जरा इधर तो आ.
बीवी: लो आ गई, ...

Mr Indra Suthar
Mr Indra Suthar ikumars21@gmail.com 9468657888
Subject : You are the architect

You are the architect of your owner destiny; you are the master of your own fate; you are behind the steering wheel of your life. There are no limitations to what you can do, have, or be. Accept th...

Mr. Nandlal V.
Mr. Nandlal V. mailbox4nandlal@gmail.com 9819381626
Subject : क्या हूँ मैं ?

कलाई से कांधों तक आभूषित, एक नारी का प्रतिमान,
मोअन-जो-दाड़ो में दबा, मेरा अनकथ संसार,
क्या हूँ मैं?
पन्नों में सिमटा, मात्र एक युगीन वृत्तान्त?

खोया सारा समर्पित अती...

Mr. Anil Vishwakarma
Mr. Anil Vishwakarma mailbox4anil@gmail.com 9869866137
Subject : Man Manthan

दशरथ ने पशु समझ शब्दभेदी बाण जब छोड़ा था तो श्रवण कुमार की मृत्यु उस बाण के लगने से हो गयी थी। इस प्रसंग से दर्शित होता है कि वे शिकार किया करते थे, किन्तु क्या वे मांसभक्षण हेतु शिकार करते थे? अगर...

Mr DINESH SUTHAR
Mr DINESH SUTHAR dsuthar.vgs@gmail.com 8769475707
Subject : ये दुनिया मैंने बनाई है विश्वास नहीं होता

तवायफ की मांग में सिंदूर, लंगूर के हाथ में अंगूर।
बगुले की चोंच में हीरा, ऊंट के मुहं में जीरा।
बंदरों के पास कार, गधों के हाथ में सरकार।
कैसे-कैसे कारनामे हो रहे हैं, और आप रज...

Mr. Shyam Vishwakarma
Mr. Shyam Vishwakarma vishwakarma.sv@gmail.com N
Subject : सकारात्मक सोच

जब समाज में सभी लोगों की सोच सकारात्मक होगी, तभी समग्र रूप से अच्छे कर्मों की भी उत्पत्ति होगी और अच्छे कर्मों से ही स्वस्थ समाज का निर्माण होगा. मन के विचारो का प्रगट रूप है, चाहे वे एक व्यक्ति द्...

Mr. Sudhir Sharma (Panchal Vishwakarma)
Mr. Sudhir Sharma (Panchal Vishwakarma) abhipratham@gmail.com 9818876458
Subject : लौट आओ तुम

अब इंतहा हो गई, तुम्हारे इंतजार की!
हर शाम आती है, चली जाती है और दे जाती है
एक ओर शाम, इंतजार की!

सूरज के पहली किरण, एक नई उम्मीद लेकर
रोज़ आती है मेरे घर, मगर तेरे इं...

Mr. Shyam Vishwakarma
Mr. Shyam Vishwakarma vishwakarma.sv@gmail.com N
Subject : मित्रता दिवस ...

मित्रों आप सभी को मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें...

साथी का शाब्दिक अर्थ होता है साथ देने वाला। ऐसे साथ की आस भी हर कोई करता है। क्योंकि जीवन के सुख-दु:ख में किसी का साथ राहत देने वाला...

Mr. Sudhir Sharma (Panchal Vishwakarma)
Mr. Sudhir Sharma (Panchal Vishwakarma) abhipratham@gmail.com 9818876458
Subject : आहुति

अगर पूछा होता तुमने कि, प्यार क्या है? तो बता देते !
खता हो जाती अगर अनजाने में, कबूल करते हम, तुम जो सजा देते !!
जब न तो खता हुई हमसे, न ही कोई गलती हुई!
तुम्हे जो सुनना था, ह...