इन्सान एक सामाजिक प्राणी है.........
समाज के बिना उसका रहना कठिन है...........
माता-पिता, भाई-बहन, आस-पड़ोस के लोगों को मिलाकर ही समाज की रचना होती है............
समाज के बिना...
विश्वकर्मा एवं विश्वब्रह्मन पंडित विद्वानोंको, वैदिक पंडितोको,आचार्योंको, सास्थ्रियोंको, शर्मओंको, और सभी ग्नानीयोंको, विग्ननियोंको एवं सभी सज्जनोंको मेरा सादर प्रणाम
दुनिया के विश्वकर्मा...
" महाभारत " के ध्रितराष्ट्र को कौन नहीं जानता ,
उसके अंधेपन को कौन नहीं जानता !
हम सभी ने महाभारत को कई बार पढ़ा है
उसकी कहानी को कईयों बार सुना है ,
साथ म...
From - Guide Movie
Aaj Main Kitni Aazadi Mehs...
Respected Sir,
I am very much thankful to you and your members who developed the site, which is very useful to our society to come each other to develop relation ship of families who has ...
We are all are feeling that we are not united, there are may be various reasons, apart from that every one want that by any way we try to develop our self in all sectors and we have seen that slowl...
ऐ दोस्त ...
मैं तुम्हें भूल गया हूँ
या यूँ कहूँ कि तुम्हें याद ही नहीं करता
न जाने क्यूँ दिल ही नहीं करता ...
तुमने भी कोशिश की होगी भूल जाने की मुझे,
याद न...
Ishtadeva Shree Vishwakarma is considered to be an architect of whole universe. According to Rigveda (10:121), Vishwakarma constructed earth, water and whole un...
अवसर था, नवरात्र दिनों का उद्यापन...
तब बेटी का अहसास हुआ.
जब कन्या को भोज कराना था,
तब बेटी का अहसास हुआ.
जब संस्कृति का दीप जलाना था,
तब बेटी का अहसास ह...
माना कि घर में पकवान बहुत था,
दर्द तो तब हुआ,
जब मेहमान के लिए एक गिलास पानी नही था.
पत्नी ने घर में गोबर का लीपा लगाया था,
आँगन में बाबा ने खटिया पर बचपन की यादें सु...