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देश के निर्माण में विश्वकर्मा समाज का अहम योगदान - 27 Jan 2018

देश के निर्माण में विश्वकर्मा समाज का अहम योगदान - 27 Jan 2018 कुण्डा। नगर पंचायत मानिकपुर के सिद्धपीठ मां ज्वालामुखी देवी धाम परिसर स्थित विश्वकर्मा मंदिर पर पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की पुण्य तिथि पर वरिष्ठ समाजसेवी श्याम लाल विश्वकर्मा द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका शुभारम्भ अतिथियों द्वारा भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना एवं पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर किया गया। जिसके बाद अनुराधा विश्वकर्मा, शालू विश्वकर्मा ने सरस्वती वंदना व अंजली विश्वकर्मा ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत एवं अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

इस दौरान निकाय चुनाव में समाज के नवनिर्वाचित सभासद अशोक विश्वकर्मा, दिनेश कुमार सोनी, लकड़ी का सांप बनाने वाले रामनाथ विश्वकर्मा एवं भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष मथुरा प्रसाद धुरिया (तहसील प्रभारी हिन्दुस्तान), जिला अध्यक्ष डॉ0 विजय यादव (तहसील प्रभारी राष्ट्रीय सहारा), शिवराम गिरी (तहसील प्रभारी अमर उजाला), मुन्ना मिश्रा (तहसील प्रभारी दैनिक जागरण), कमलेश प्रताप विश्वकर्मा (संपादक विश्वकर्मा किरण पत्रिका), कुलदीप कुमार विश्वकर्मा (तहसील प्रभारी दैनिक लोकमित्र), बृजेश विश्वकर्मा (पत्रकार राष्ट्रीय सहारा), सज्जन विश्वकर्मा (पत्रकार राष्ट्रीय सहारा) समेत पत्रकारों को अंगवस्त्रम सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह सम्मानित किया गया।

विश्वकर्मा किरण पत्रिका के सम्पादक कमलेश प्रताप विश्वकर्मा ने पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इनका जन्म पांच मई सन 1916 में पंजाब प्रांत के संधवा गांव रमगढ़िया विश्वकर्मा के घर हुआ था। इन्होंने नौ अगस्त 1948 को फरिदकोट के राजा के विरुद्ध समानांतर सरकार की घोषणा कर दी। देश की आजादी के बाद ज्ञानी जैल सिंह विधानसभा लोकसभा राज्यसभा सदस्य, पंजाब सरकार में मंत्री, मुख्यमन्त्री, केन्द्रीय गृहमन्त्री व राष्ट्रपति पद को सुशोभित कर विश्वकर्मा समाज की गरिमा को बढ़ाने का काम किया। उनकी पुण्यतिथि मनाना तभी सार्थक होगा, जब विश्वकर्मा समाज के लोग उनके आदर्शो और सिद्धांतों पर चलकर जनहित व देशहित में कार्य करें।

मुख्य अतिथि भारतीय युवा क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएल शर्मा ने कहाकि राजनीति ही हर समस्या का समाधान है। जब तक हम अपनी पैठ इसमें नहीं बनाएंगे। तब तक हमारी किसी भी समस्या का समाधान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि देश के निर्माण में विश्वकर्मा समाज का हमेशा से योगदान रहा है। मौजूदा परिवेश में विश्वकर्मा समाज के नौजवानों के सामने रोजगार एक आम समस्या है। जिसका समाधान बेहद जरूरी है। यह कार्यक्रम देश में समाज की अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए अहम साबित होगा। साथ ही समाज को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान देगा। विश्वकर्मा मंदिर मानिकपुर समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। जो की बहुत ही अच्छी बात है। विशिष्ट अतिथि विश्वकर्मा डेवलपमेंट सोसाइटी दिल्ली के प्रदेश अध्यक्षा के0के0 विश्वकर्मा ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के विचारों एवं सुधार के लिए किए गए प्रयासों को जीवन में उतारने की आवश्यकता है। मध्यमवर्गीय परिवार में पैदा होने के बाद भी वे देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हुए। शिक्षा व राष्ट्र के प्रति समर्पण ने उन्हें इस पद पर पहुंचाया।

भारतीय युवा क्रान्ति पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सुग्रीव शर्मा ने कहाकि ज्ञानी जैल सिंह निर्भिक, दृढ़ प्रतिज्ञ एवं साहसी व्यक्तित्व के धनी थी। समाज के लोगों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वकर्मा विकास एवं सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय सचिव शिवकरन लाल विश्वकर्मा ने कहा कि समाज के लोगों को सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक तौर से विकसित किए जाने की आवश्यकता है। जिसके लिए ज्ञानी जैल सिंह के जीवन से प्रेरणा लेते हुए हमें अपने हक के लिए एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। वरिष्ठ समाजसेवी मेवालाल विश्वकर्मा ने समाज के लोगों को एकजुट रहने का आहवान किया।

कार्यक्रम को बसपा नेता कमलेश विश्वकर्मा, एडवोकेट लालता प्रसाद विश्वकर्मा, मानिकपुर मंदिर के पुजारी स्वामी सिद्धांताचार्य जी महराज आदि ने संबोधित किया। मुख्य अतिथि भारतीय युवा क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के एल शर्मा ने कार्यक्रम में सहयोग के लिए 11,000 एवं विशिष्ट अतिथि के0के0 विश्वकर्मा ने 10000 रुपए की धनराशि देने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में आयोजक श्यामलाल विश्वकर्मा ने आए हुए अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया।