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बुनियादी समस्याओं के लिये संघर्ष करने की आवश्यकता: राम आसरे विश्वकर्मा

बुनियादी समस्याओं के लिये संघर्ष करने की आवश्यकता: राम आसरे विश्वकर्मा लखनऊ। समाज में व्याप्त गैर बराबरी, शोषण, उपेक्षा व भेदभाव को दूर कर सामाजिक समरसता कायम करना तथा विश्वकर्मा-शिल्पकार समाज के लोहार, बढ़ई, कसेरा, शिल्पी, स्वर्णकार, जांगिड़, मैथिल, पांचाल, धीमान, रामगढ़िया आदि सभी जातियों को एकजुट कर राष्ट्रीय स्तर पर संगठन मजबूत कर समाज की बुनियादी समस्याओं के लिए संघर्ष की आवश्यकता है। यह बात उ0प्र0 राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा ने पूर्व राष्ट्रपति स्व0 ज्ञानी जैल सिंह की पुण्य तिथि के अवसर पर रवीन्द्रालय प्रेक्षागृह, लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय विश्वकर्मा शिल्पकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये कहा। यह सम्मेलन अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के बैनर तले आयोजित किया गया था। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा महासभा का नाम परिवर्तित कर अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा कर दिया गया है और इसका विस्तार पूरे देश में किये जाने की योजना है। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये कहा कि कला, तकनीकी, विज्ञान, संस्कृति व साहित्य के क्षेत्र में योगदान देने वाले समाज के व्यक्तियों को सम्मानित कर उन्हें प्रोत्साहित करने के भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि समाज के पुश्तैनी कारोबार को बढाने के लिए प्रदेश की वर्तमान सरकार से सहायता दिलाना जरूरी है, ताकि समाज के लोगों को जीविकोपार्जन का साधन मिले।