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विश्वकर्मा समाज मुंबई ने शुरू किया एम्बुलेंस सेवा - 16 Mar 2018

विश्वकर्मा समाज मुंबई ने शुरू किया एम्बुलेंस सेवा - 16 Mar 2018 मुम्बई। किसी भी आपात स्थिति में मरीज को एम्बुलेंस एक गोल्डन हॉवर प्रदान करता है, अगर इस गोल्डन हॉवर में मरीज को समुचित इलाज मिल जाये तो निश्चित तौर वह बच सकता है। विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट व विश्वकर्मा समाज दहिसर की ओर से दहिसर (पूर्व) रावलपाड़ा, एसएन दुबे रोड स्थित राधा कृष्ण मंदिर हाल में एम्बुलेंस लोकार्पण अवसर पर परिमंडल 12 के पुलिस उपायुक्त डॉक्टर विनय कुमार राठौड़ ने उक्त बातें कही।

डॉ. राठौड़ ने कहा कि वे चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े रहे हैं इसलिए एम्बुलेंस की महत्ता को भलीभांति जानते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल कितना ही अच्छा हो, सारी सुविधाएं हों मगर जब तक मरीज वहां तक नहीं पहुंचता है तब तक सब व्यर्थ है। एम्बुलेंस सिर्फ आपात परिस्थितयों में नहीं बल्कि छोटे बीमारी जैसे डायरिया में भी अगर मरीज को सही समय पर पहुंचाता है तो रोगी का समुचित इलाज सम्भव है।

डीसीपी डॉ. विनय कुमार राठौड़ ने कहा कि एम्बुलेंस सेवा शुरू करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। उन्होंने संस्था व दानदाताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि आने वाले समय में इसके अच्छे परिणाम दिखेंगे और लाभान्वित लोगों का आशीर्वाद भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में डायलेसिस सेंटरों की जरुरत है। निजी क्षेत्र में डायलेसिस उपचार में काफी पैसे लगते हैं अगर सामाजिक संस्थाएं डायलेसिस सेंटर के क्षेत्र में भी काम करें तो आम नागरिक को काफी सहूलियत होगी। समारोह में विधायक प्रकाश सुर्वे ने संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट व विश्वकर्मा समाज दहिसर ने सामाजिक सेवा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

एम्बुलेंस सेवा लोकार्पण अवसर पर विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष रमाशंकर विश्वकर्मा ने सामाजिक पहलुओं पर जोर देते हुए कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत सुविधाओं के बावजूद लोगों को स्वास्थ्य की चिंता अधिक होती है। उन्होंने कहा कि समाज सेवा हमारा मूल उद्देश्य है जिस पर हम निरंतर चलते रहेंगे। इस अवसर पर दहिसर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक वसंत पिंगले, नगर सेवक उदेश पाटेकर, मनीष दुबे, उमाशंकर विश्वकर्मा, दिनेश विश्वकर्मा, योगेश विश्वकर्मा, गुलाब विश्वकर्मा, मोतीलाल विश्वकर्मा, रमेश विश्वकर्मा, कन्हैया विश्वकर्मा आदि सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के लोग भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन लालता प्रसाद विश्वकर्मा ने किया।