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Journalist : Rakesh Vishwakarma - rakeshvishwakarma10@gmail.com

Rakesh Vishwakarma पत्रकारिता जगत का बहु चर्चित नाम श्री राकेश विश्वकर्मा जी का जन्म 22 जुलाई 1970 को मुंबई के घाटकोपर में हुआ। पांच वर्ष की आयु में अपने माता-पिता और भाई बहनों के साथ महानगरी मुंबई में आये और बीकॉम से इन्होने स्नातक किया। स्नातक के प्रथम वर्ष में ही महिंद्रा एंड महिंद्रा में नौकरी करने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ। लोहार के बेटे होने के कारण महिंद्रा एंड महिंद्रा के फाइनल असेंबली डिपार्टमेंट में रम गए लेकिन उस वक्त दिमाग में तो कुछ और ही चल रहा था।

पढ़ाई के दौरान से ये एक मिलनसार व्यक्ति रहे हैं, लोगों से मिलाना उनमे घुलमिल जाना, सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर शामिल होना, ये सारे हमेशा से इनकी खासियत रही है। इसी खासियत के कारण सन 1999 में मात्र 19 वर्ष की उम्र में मीरा रोड सिल्वर पार्क में शिवसेना शाखा प्रमुख बनने का सौभाग्य मिला। इसी दौरान ये कई पत्रकरों के सम्पर्क में आये और धीरे-धीरे पत्रकारिता जगत से भी जुड़ गए और वंही से शुरू हुआ इनका पत्रकारिता का सफर आज भी बरकरार है।

विगत 28 वर्षों से पत्रकारिता जगत में हैं। इन्होने मुंबई के कई दैनिक समाचार पत्रों में सामाजिक, अपराधिक, राजनीतिक, घटनाओ की रिपोर्टिंग के साथ ही इफ्रास्ट्रक्चर, एस.आर.ए, एम.एम.आर.डी.ए, म्हाडा, और मुंबई उच्च न्यायालय से निकलने वाले आदेश की जानकारी पाठकों तक पहुचाने का कार्य किया है। पत्रकारिता की शुरुवात नवभारत टाइम्स हुयी तत्पश्चात संझा जनसत्ता, हमारा महानगर, दैनिक जनशक्ति मराठी और मुंबई मित्र में काम किये हैं। टीवी न्यूज की दुनिया मे इन्होने इन मुंबई, सी न्यूज़, न्यूज़ फ़ॉर यू, एटीएन मुंबई, और चैनल 7 में कई महत्वपूर्ण विषयों को उठाये हैं।

व्यक्तिगत, प्रोफ़ेशनल और सोशल जिंदगी जीने का इनका अपना अलग ही अंदाज है। विश्वकर्मा होने के नाते इन्होने के लिए काफी काम किया है। इनका मानना है कि विश्वकर्मा समाज मेहनत कस समाज है, पहले के मुकाबले अब सक्षम और समृद्ध समाज है। पर यह स्वाभिमानी समाज आज बिखरा हुआ है, समाज मे अब कटुता आती जा रही है जो कि चिंता का विषय है। मुंबई से उपनगरों में ठाणे जिले, पालघर, पनवेल, न्यू मुंबई में बड़े पैमाने पर समाज के लोग है पर बिखरे हुए है। आज विश्वकर्मा समाज की संख्या इन इलाकों में हजारों में नहीं बल्कि लाखो में है। सभी को समझना होगा कि, एकता में बल है। इनकी समाज से अपील है कि, संस्थाएं चाहे जितनी बनी हो पर जब समाज की ताकत दिखानी हो तो एकसाथ एक मंच पर सभी आए तब जा कर कही राज्य की राजनीतिक पार्टियां हमारी ताकत का लोहा मानेगी, अन्यथा हम भीड़ का हिस्सा मात्र रह जाएंगे। आइये एक हो जाए और शिवाजी महाराज की इस धरती पर अपनी अलग और मजबूत पहचान बनाए।

वर्तमान समय में सामाजिक संस्थाओं में इनकी बहुत ही सक्रिय भागीदारी है। ये अध्यक्ष - श्री विश्वकर्मा फाउंडेशन, अध्यक्ष - मीरा भायंदर पत्रकार वेल्फेयर एशोसिएशन, महासचिव - मीरा रोड विकास मंच, महासचिव - शांतिनगर ऑटोरिक्शा वेल्फेयर एशोसिएशन, महासचिव - माँगासवर्गीय सेवा समाज ओबीसी, इत्यादि पदों पर रहते हुए निःस्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रहे हैं।