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मानसून ने दस्तक दे दी है। ऐसे में गर्मी से तो कुछ राहत मिली है मगर उमस बढ़ जाने की वजह से पसीना है कि सूखने का नाम ही नहीं ले रहा। इस मौसम में खाने के प्रति बरती गई जरा-सी भी लापरवाही आपकी तबीयत बिगाड़ सकती है।
राममनोहर लोहिया अस्पताल की पूर्व प्रमुख डाइटिशियन प्रोमिला सेठ ने बताया कि इस मौसम में खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सबसे जरूरी बात कि मानसून में हमेशा ताजा खाना ही खाना चाहिए। इस मौसम में थोड़ी-सी लापरवाही से बैक्टीरिया तुरंत शरीर को नुकसान पहुँचाते हैं। इसके अलावा फ्रिज में रखा खाना एकदम नहीं खाना चाहिए। अगर खाना भी है तो पहले निकालकर रखना चाहिए। इसके अलावा जितना हो सके पानी पिएँ और बाहर के खुले खाने के परहेज करना चाहिए। आइए जानते हैं ऐसी कौन-सी चीजें है जो मानसून में आपको फिट रखेंगी और किन चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए।
हल्दी : हल्दी हमारे शरीर को कीटाणुओं से बचाती है। हर रोज एक ग्राम हल्दी आपके स्वास्थ्य को बनाए रखेगी और इन्फेक्शन को आपके पास भी फटकने नहीं देगी। थोड़ी-सी हल्दी में कुछ बूँद पानी मिलाकर उसकी गोली बनाकर खाना भी बहुत मददगार साबित होगा।
शहद : शहद आपकी पाचन क्रिया को ठीक रखने में मदद करता है। रोजाना दो चम्मच शहद आपको तो फिट रखेगा, साथ ही, इससे नींद भी अच्छी आती है।।
लहसुन : लहसुन हमारे शरीर को कभी नुकसान नहीं पहुँचाता। आप लहसुन की चटनी बनाकर तो खा ही सकते हैं, साथ ही, कैप्सूल की तरह भी ले सकते हैं। यह शरीर के कीटाणुओं को मारता है और आपके शरीर को रोग रहित बनाता है। इस मौसम में पत्तेदार सब्जियाँ, कुछ फल और बहुत देर पहले बना हुआ खाना खाने से बचना चाहिए।
मानसून में पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और इन्फेक्शन से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। पत्तेदार सब्जियों में सेल्यूलोस होता है जो ठीक से पचता नहीं है। बरसात में विशेष तौर पर कटे और खुले में रखे हुए फल नहीं खाने चाहिए।
तेज नमक वाला खाना नहीं खाना चाहिए। यह शरीर से पानी छोड़ता है। इसके साथ ही खट्टी चीजें जैसे इमली, अचार और चटनी भी नहीं खानी चाहिए।
तला खाना नहीं खाना चाहिए। यह जल्दी नहीं पचता।
ऐसी चीजें खानी चाहिए जो सूखी हों जैसे मक्का, चना, बेसन, जौ आदि।
इस मौसम में पीने के पानी का सावधानी से इस्तेमाल करें। पानी को जहाँ तक हो सके उबाल कर पिएँ।