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जहाँ हर चीज है प्यारी, सभी चाहत के पुजारी |
प्यारी जिसकी ज़बां, वही है मेरा हिन्दुस्तां ||
जहाँ ग़ालिब की ग़ज़ल है, वो प्यारा ताज महल है |
प्यार का एक निशां, वही है मेरा हिन्दुस्तां ||
जहाँ फूलों का बिस्तर है, जहाँ अम्बर की चादर है |
नजर तक फैला सागर है, सुहाना हर इक मंजर है ||
वो झरने और हवाएँ, सभी मिल जुल कर गायें |
प्यार का गीत जहां, वही है मेरा हिन्दुस्तां ||
जहां सूरज की थाली है, जहां चंदा की प्याली है |
फिजा भी क्या दिलवाली है, कभी होली तो दिवाली है ||
वो बिंदिया चुनरी पायल, वो साडी मेहंदी काजल |
रंगीला है समां, वही है मेरा हिन्दुस्तां ||
कही पे नदियाँ बलखाएं, कहीं पे पंछी इतरायें |
बसंती झूले लहराएं, जहां अन्गिन्त हैं भाषाएं ||
सुबह जैसे ही चमकी, बजी मंदिर में घंटी |
और मस्जिद में अजां, वही है मेरा हिन्दुस्तां ||
कहीं गलियों में भंगड़ा है, कही ठेले में रगडा है |
हजारों किस्में आमों की, ये चौसा तो वो लंगडा है ||
लो फिर स्वतंत्र दिवस आया, तिरंगा सबने लहराया |
लेकर फिरे यहाँ-वहां, वहीँ है मेरा हिन्दुस्तां ||
vijai sharma
मेरा भारत महान...
4/3/2012 7:31:47 AM
Omesha Arts
जय हिन्द ,
11/2/2011 11:49:28 AM
Anil Vishwakarma
Jai Hind Jai Bharat. :)
4/3/2012 10:04:52 AM